रेलवे ने अमृत भारत ट्रेनों के संख्या बढ़ाने के लिए रेलवे कोच और नए इंजनों का निर्माण करने का एलान किया है, जो कि पुश-पुल तकनीक से लैस होंगे। रेलवे के सूत्रों के मुताबिक, पिछले बजट में कुल पूंजीगत व्यय 2.60 लाख करोड़ रुपये था, और इस बार के अंतरिम बजट में इसे 3.2 लाख करोड़ रुपये का हो सकता है। यह बजट पिछले वर्ष के बजट की इसी अवधि की तुलना में लगभग 33% अधिक है।
रेलवे अधिकारियों का कहना है कि अमृत भारत ट्रेनों की संख्या बढ़ाने के लिए नए कोच और इंजनों का निर्माण किया जाएगा। इस बार के बजट में यह पूंजीगत व्यय बढ़ाकर, दिसंबर 2023 तक पूंजीगत व्यय से 1,95,929.97 करोड़ रुपये के काम किए गए हैं। इससे दिल्ली-मुंबई, दिल्ली-कोलकाता, और अन्य व्यस्त रेलमार्गों पर टक्कर विरोधी तकनीक कवच लगाने का काम किया जाएगा।
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा एक फरवरी को पेश किए जाने वाले अंतरिम बजट में रेलवे को भी कुछ महत्वपूर्ण घोषणाएं करने की उम्मीद है। इसमें आम यात्रीगण को तेज, सुरक्षित, और आरामदायक सफर के लिए दोनों प्रकार की वंदे भारत ट्रेनों की विस्तार की जा सकती है।
रेलवे से जुड़े सूत्रों की मानें कि स्लीपर वंदे भारत ट्रेनों के निर्माण के लिए आईसीएफ चेन्नई में कोच निर्माण का काम तेजी से चल रहा है, जिससे रेलवे की प्रीमियम राजधानी एक्सप्रेस ट्रेनों की जगह पर इन ट्रेनों को चलाया जा सकेगा। शताब्दी एक्सप्रेस की जगह पर वंदे भारत ट्रेनों का परिचय पहले ही किया गया है, और इसका कोच निर्माण कार्य तेजी से प्रगति पर है। वर्तमान में, 80 से अधिक वंदे भारत ट्रेनें देशभर में सफलतापूर्वक चल रही हैं।