मारुति सुजुकी ने अपने ग्राहकों को बड़ी राहत देते हुए अपनी दो लोकप्रिय मॉडलों, ऑल्टो और एस-प्रेसो, के चुनिंदा वेरिएंट्स की कीमतों में कटौती की है। यह घोषणा ऐसे समय में की गई है जब भारतीय ऑटोमोबाइल बाजार में प्रतिस्पर्धा बढ़ती जा रही है और ग्राहक किफायती और ईंधन दक्ष वाहनों की तलाश कर रहे हैं।
आज से प्रभावी, एस-प्रेसो LXI पेट्रोल की कीमत, जो पहले ₹5.01 लाख (एक्स-शोरूम) थी, अब ₹2,000 कम कर दी गई है। वहीं, मारुति सुजुकी के सबसे अधिक बिकने वाले मॉडल्स में से एक, ऑल्टो K10 VXI पेट्रोल की कीमत में ₹6,500 की महत्वपूर्ण कमी की गई है। इस कटौती से यह कार और भी अधिक किफायती हो गई है, जो भारतीय मध्यम वर्ग के परिवारों के लिए एक आकर्षक विकल्प बनेगी।
कंपनी के इस कदम को ग्राहकों के बीच सकारात्मक प्रतिक्रिया मिलने की उम्मीद है, खासकर उन लोगों के लिए जो पहली बार कार खरीदने की योजना बना रहे हैं या जो अपने पुराने वाहन को अपग्रेड करना चाहते हैं। कंपनी का कहना है कि यह मूल्य कटौती कंपनी की ग्राहक-केंद्रित रणनीति का हिस्सा है, जिसमें वे ग्राहकों को सर्वोत्तम मूल्य और सेवा प्रदान करना चाहते हैं।
यह घोषणा ऐसे समय में की गई है जब मारुति सुजुकी ने अगस्त 2024 के लिए कुल वाहन बिक्री में 3.9 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की है। कंपनी ने इस महीने कुल 1,81,782 यूनिट्स बेची, जो पिछले साल इसी महीने में बेची गई 1,89,082 यूनिट्स से कम है। घरेलू बाजार में कंपनी ने 1,45,570 यूनिट्स बेचीं, जबकि 26,003 यूनिट्स का निर्यात किया गया।
बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि यह गिरावट आंशिक रूप से आर्थिक मंदी और उपभोक्ताओं की खरीद क्षमता में आई कमी के कारण हो सकती है। इसके साथ ही, उभरते हुए इलेक्ट्रिक वाहनों के बाजार में बढ़ती प्रतिस्पर्धा भी पारंपरिक पेट्रोल और डीजल वाहनों की मांग को प्रभावित कर रही है।
मिनी और कॉम्पैक्ट सेगमेंट में, जहां मारुति सुजुकी ने हमेशा से अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई है, इस बार कंपनी ने अगस्त 2023 में बेची गई 84,660 यूनिट्स की तुलना में इस साल सिर्फ 68,699 यूनिट्स बेचीं। यह गिरावट चिंताजनक है, क्योंकि यह सेगमेंट हमेशा से मारुति सुजुकी की मजबूती का प्रमुख आधार रहा है।
कॉम्पैक्ट कारों के डिस्पैच में भी कमी आई है, जिसमें बलेनो, सेलेरियो, डिजायर, इग्निस और स्विफ्ट जैसे मॉडल शामिल हैं। इन मॉडलों की बिक्री 20 प्रतिशत घटकर 58,051 यूनिट्स रह गई, जबकि पिछले साल इसी महीने में यह आंकड़ा 72,451 यूनिट्स था। विशेषज्ञों का मानना है कि इन मॉडलों की बिक्री में आई गिरावट का मुख्य कारण ग्राहकों की बदलती प्राथमिकताएं और बाजार में नई प्रतिस्पर्धी कारों का आगमन हो सकता है।
हालांकि, यूटिलिटी वाहनों के सेगमेंट में, कंपनी ने अच्छा प्रदर्शन किया है। ग्रैंड विटारा, ब्रेज़ा, अर्टिगा, इन्विक्टो, फ्रॉन्क्स और XL6 जैसे मॉडल्स की डिस्पैच पिछले महीने बढ़कर 62,684 यूनिट्स हो गई, जो पहले 58,746 यूनिट्स थी। यह वृद्धि दर्शाती है कि कंपनी के इन मॉडलों को ग्राहकों के बीच अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है।
विश्लेषकों का मानना है कि यूटिलिटी वाहनों की बिक्री में वृद्धि का कारण इन वाहनों की बहुउद्देश्यीयता और उनकी उच्चतम सुरक्षा मानकों का होना है। इसके साथ ही, इन वाहनों की ईंधन दक्षता और तकनीकी उन्नति भी ग्राहकों को आकर्षित कर रही है।
मारुति सुजुकी के इस कदम से यह स्पष्ट हो जाता है कि कंपनी अपने ग्राहकों को मूल्य-संवेदनशील बनाने के लिए प्रतिबद्ध है, और वह अपनी उत्पाद श्रृंखला में लगातार सुधार और नवाचार कर रही है। यह देखना दिलचस्प होगा कि आगामी महीनों में कंपनी की बिक्री में क्या बदलाव आते हैं, और क्या यह मूल्य कटौती ग्राहकों की बढ़ती अपेक्षाओं को पूरा कर पाती है।